आसमान कम पड़ गया
कलम के सिफारिश थी ,चला था नवोदय शब्द बखान करने नवोदय की मोहब्बत थी उसे शुक्रिया-सलाम करने,लिखते लिखते जैसे में कही जड़ गया मेरे शब्दों का इम्तेहान कठिन पड़ गया में निकला तो था दूरी मापने को,पर आज ये आसमान कम पड़ गया @Pankaj Chourey Navodaya Jnv Hoshangabad2012 - 2019